राष्‍ट्रीय

Rahul Gandhi Patna Visit: “राहुल गांधी ने पटना में कहा- ‘मोहन भागवत भारत के हर संस्थान से महात्मा गांधी और अंबेडकर की विचारधारा को मिटा रहे हैं'”

Rahul Gandhi Patna Visit: 18 जनवरी 2025 को कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिहार के पटना में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन बापू ऑडिटोरियम में हुआ, जिसमें हिमालय के ‘माउंटेन मैन’ दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी भी राहुल गांधी के साथ मंच पर उपस्थित थे। इस दौरान राहुल गांधी ने भारतीय संविधान और संघ परिवार के विचारधारा के खिलाफ तीखा बयान दिया।

संविधान के महत्व पर राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने इस सम्मेलन में कहा कि “हमारा संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है, यह हजारों सालों का सोच है, यह हिंदुस्तान की सोच है। इस संविधान में हर राज्य के महान व्यक्तित्व की आवाज है।” उन्होंने कहा कि संविधान में दलितों की आवाज को दबाया गया है, लेकिन यह संविधान करोड़ों लोगों की आवाज को समाहित करता है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि संविधान ने लोगों के दर्द को पूरी तरह से दूर नहीं किया, लेकिन कम से कम थोड़ी राहत जरूर दी है।

संविधान की सोच को हर जगह फैलाने की आवश्यकता
राहुल गांधी ने संविधान की सोच को फैलाने पर जोर देते हुए कहा, “जब मैं इस कार्यक्रम में आ रहा था, तो मैंने गंगा नदी को देखा और सोचा कि जैसे गंगा का पानी हर जगह पहुंचता है, वैसे ही संविधान की सोच को भी हर इंसान और संस्था में फैलना चाहिए।” उन्होंने संविधान के विचारों को गंगा के पानी की तरह भारत में फैलाने की आवश्यकता जताई।

राहुल गांधी ने मोहन भागवत पर हमला बोला
राहुल गांधी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत पर हमला बोलते हुए कहा, “मोहन भागवत कहते हैं कि भारत को 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता नहीं मिली थी, बल्कि उसके बाद मिली थी। यदि वह ऐसा कहते हैं, तो वह संविधान को नकार रहे हैं। वह इसे सामाजिक संरचना से मिटा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि संविधान में यह कहां लिखा है कि भारत की पूरी संपत्ति कुछ लोगों के हाथों में चली जानी चाहिए।

Pahalgam Attack: शोपियां में लगाए गए पहलगाम आतंकवादी हमले के आरोपी आतंकियों के पोस्टर! 20 लाख रुपये का इनाम
Pahalgam Attack: शोपियां में लगाए गए पहलगाम आतंकवादी हमले के आरोपी आतंकियों के पोस्टर! 20 लाख रुपये का इनाम

बीजेपी के दलित सांसदों की स्थिति पर राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने बीजेपी के दलित सांसदों पर भी निशाना साधा और कहा, “आज भारत में सांसदों के पास कोई शक्ति नहीं है। मैं एक दलित सांसद से मिला, जिसने कहा कि हमे एक पिंजरे में बंद कर दिया गया है और यहां कैद कर लिया गया है।” उन्होंने बीजेपी की दलित नीति को कमजोर बताते हुए दलितों के अधिकारों की रक्षा की बात की।

Rahul Gandhi Patna Visit: "राहुल गांधी ने पटना में कहा- 'मोहन भागवत भारत के हर संस्थान से महात्मा गांधी और अंबेडकर की विचारधारा को मिटा रहे हैं'"

बड़ी कंपनियों में दलितों की उपस्थिति पर सवाल उठाए
राहुल गांधी ने कहा कि बड़ी कंपनियों के प्रबंधन की सूची में कोई भी दलित या पिछड़ा वर्ग का व्यक्ति नहीं है। उन्होंने मीडिया के मालिकों और एंकरों की सूची निकाली और देखा कि उनमें भी एक भी दलित या पिछड़ा वर्ग का व्यक्ति नहीं था। राहुल गांधी ने कहा, “जब हम विकास की बात करते हैं, तो हमें जातिगत जनगणना की आवश्यकता है, ताकि हम जान सकें कि किस वर्ग की कितनी भागीदारी है।”

जाति जनगणना पर राहुल गांधी का स्पष्ट बयान
राहुल गांधी ने जाति जनगणना की आवश्यकता को लेकर कहा कि यह पहला कदम होना चाहिए। उन्होंने कहा, “जाति जनगणना के आधार पर नीति बनाई जानी चाहिए। कार्यकर्ताओं को मुआवजा नहीं मिलता। जाति जनगणना यह बताएगी कि किस वर्ग की कितनी आबादी है और उनकी भागीदारी कितनी है।” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी अगले लोकसभा चुनाव में जाति जनगणना करेगी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह लड़ाई संविधान और मनीवाद के बीच है।

Tribute To Martyred Soldiers: शहीद भारतीय सैनिकों की श्रद्धांजलि! CISF ने सोशल मीडिया पर किया सम्मान
Tribute To Martyred Soldiers: शहीद भारतीय सैनिकों की श्रद्धांजलि! CISF ने सोशल मीडिया पर किया सम्मान

संविधान और मनुवाद के बीच जंग
राहुल गांधी ने कहा, “जो भी हो, कांग्रेस पार्टी इस लोकसभा में जाति जनगणना करेगी। यह लड़ाई संविधान और मनुवाद के बीच है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुझे कितना नुकसान होता है, मैं यह काम जरूर करूंगा।” राहुल गांधी ने जाति जनगणना के महत्व को स्पष्ट करते हुए कहा कि बिना जाति जनगणना के विकास की बात करना बेकार है।

राहुल गांधी ने बिहार दौरे के दौरान संविधान की रक्षा की बात की और संघ प्रमुख मोहन भागवत, बीजेपी और देश में व्याप्त सामाजिक असमानता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने संविधान को भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण धरोहर बताया और जाति जनगणना की आवश्यकता को प्रमुख मुद्दा बताया। कांग्रेस नेता का यह बयान आने वाले दिनों में राजनीतिक बहस का बड़ा केंद्र बन सकता है।

Back to top button